Deva Movie REVIEW – एक बड़ा इंटरेस्टिंग सवाल है आपसे अंकल चिप्स के पैकेट के अंदर अगर लेज को पैक करके बेच दें क्या उसका टेस्ट बदल जाएगा क्या लेज अंकल चिप्स बन जाएगा यह सवाल मैंने नहीं पूछा है बॉलीवुड आपसे पूछना चाहता है शाहिद कपूर की नई-नई फिल्म देवा के अंदर जब टीजर आया था हाइप बड़ा सॉलिड बन गया था शाहिद कपूर का कबीर सिंह वाला अवतार और एक साउथ इंडियन डायरेक्टर बॉक्स ऑफिस पे आग लगने वाली थी
Deva Movie REVIEW
लेकिन फिर रिलीज डेट आते-आते फिल्म धीरे-धीरे गायब सी हो गई और बॉलीवुड ने एक अच्छी खासी 100 करोड़ की फिल्म से हाथ धुल लिए दो जरूरी बातें हैं एकदम ध्यान से से सुनना देवा को देखना है तो दिमाग साथ लेकर जाना फिल्म की ताकत इसकी गोल-गोल कहानी में है अगर पैसा वसूल करना है तो सस्पेंस को सॉल्व करना पड़ेगा बैठे नहीं रह सकते कि सब कुछ प्लेट पर सजा के सामने रख दिया जाए नाच गाना भी नहीं होगा
दूसरी बात तो भयंकर जरूरी है क्योंकि जिसने मुंबई पुलिस यह नाम सुन रखा है उसके लिए देवा सिर्फ एसी में बैठकर नींद लेने के बराबर होगी कमाल की बात यह है इस फिल्म के दो रिव्यू हो सकते हैं एक तो सीधा जीरो वाला और दूसरा टोटल हीरो वाला किसने ओरिजिनल फिल्म देखी और किसने नहीं ये उस परे डिपेंड करेगा अक्सर जब पब्लिक के साथ क्राइम होता है तो लोग पुलिस के पास जाते हैं लेकिन कभी सोचा अगर पुलिस के साथ क्राइम हो जाए
तब क्या होगा क्राइम वो भी ऐसा वैसा नहीं सीधा शूट एड साइड दिन दहाड़े गोली मारी गई है एक बड़े पुलिस ऑफिसर को बाकी पुलिस ऑफिसर्स के बीच में उनकी आंखों के सामने जहां पे कुछ देर पहले एक मेडल लगने वाला था उस पुलिस वाले का करियर बनने वाला था उसी जगह पे अब एक बंदूक से निकली गोली का निशान है एक परफेक्ट क्राइम जिसको करने वाला सबकी नजर से दूर है और जिसके साथ यह हुआ अब वो जिंदा भी नहीं है तो क्या भाई का बदला लेगा उसका दूसरा भाई देवा रे देवा पुलिस का नाम सुनके कंफ्यूज मत होना यह वर्दी वाला गुंडा है
और उसी शैतान दिमाग से देवा ने इस अजीब से केस को चुटकी में सॉल्व कर दिया है कातिल का नाम बताने से पहले अपने भाई का बदला चुकाने से पहले देवा का हो जाता है एक खतरनाक एक्सीडेंट याददाश्त गायब हो गई है लेकिन असली हैरान करने वाली बात यह ठीक उसके अगले दिन उसी पुलिस स्टेशन में उसी चेहरे का एक दूसरा ऑफिसर आता है और पुराने केस को सॉल्व करने लग जाता है कितना मजा आ रहा होगा
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ना सब कुछ सुनने में एकदम फ्रेश नया-नया कांसेप्ट बॉलीवुड में कब से नहीं आया आंखें चमक गई होंगी सबकी लेकिन यह सब कुछ ठंडा पड़ जाएगा सिर्फ एक शब्द सुनते ही कॉपी रिमेक जी हां मलयालम क्लासिक फिल्म मुंबई पुलिस Deva उसकी ए टू जेड अडॉप्टेशन है वो अंकल चिप्स का पैकेट खोलोगे और पहला चिप्स टेस्ट करते ही समझ जाओगे यह तो लेज है बाकी चिप्स का टेस्ट भी लेज जैसा ही होगा अंकल चिप्स तो नहीं बन जाएगा वैसे ही थिएटर में देवा के 5 मिनट देखते
ही आप समझ जाओगे बाकी फिल्म में क्या होने वाला है किस तरह होने वाला है सोचो एक सस्पेंस थ्रिलर फिल्म की ताकत उसका क्लाइमैक्स होता है और आपको एंडिंग ही सबसे पहले पता चल जाए अब थिएटर में ढाई घंटे कैसे निकालने हैं यह है असली सस्पेंस सबसे बड़ी शिकायत है देवा के मेकर से उन्होंने लोगों को कंफ्यूज क्यों किया Deva को एक डिफरेंट ओरिजिनल फिल्म बोलकर साफ-साफ धोखे जैसा है सोचो जिसने उनकी बात पे भरोसा करके टिकट बुक किया होगा और पहले से मुंबई पुलिस देख रखी होगी उसके साथ तो ये चीटिंग हुई ना टिकट का रिफंड कौन देगा
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शाहिद कपूर को एक मांसी कैरेक्टर में देखना हर किसी के लिए लॉटरी जैसा होता है सबको पता है ऐसे पागलपन वाले रोल्स में कोई उनसे टक्कर नहीं ले सकता लेकिन जब मजबूरी में फिल्म देखने नहीं पड़ जाए जब आपको अगला सीन क्या होगा पहले से पता चल जाए ऐसे में बेचारे शाहिद कपूर भी उस फिल्म को कैसे बचा सकते हैं कुछ लोग बोलेंगे शाहिद ने यह काम एक बार पहले किया है अर्जुन रेड्डी को कबीर सिंह में बदलकर फिल्म चला दिया है बट वहां संदीप वांगा थे यहां नहीं है पुलिस इन्वेस्टिगेशन स्टाइल में एक सीरियस फिल्म बनाई है जिसकी कहानी भी काफी अलग है
और एंडिंग वाला ट्विस्ट आज से पहले किसी बॉलीवुड फिल्म में नहीं देखा होगा आपने देवा जैसी फिल्म और बननी चाहिए लेकिन ओरिजिनल बननी चाहिए घर बैठकर जब पूरी फैमिली साथ में मुंबई पुलिस टीवी पर देख सकती है तो देवा टिकट कैसे बिकेंगे पांच में से तीन स्टार्स मिलेंगे शाहिद कपूर के कमबैक को पहला तो कहानी जबरदस्त है काफी हट के है दूसरा शाहिद कपूर का परफॉर्मेंस देखकर बाकी एक्टर्स पुलिस रोल्स की एक्टिंग सीख सकते हैं
आखरी निचोड़
तीसरा स्पेशली फिल्म का क्लाइमैक्स जो सबकी सोच से परे था जिसने पहली बार फिल्म देखी है नेगेटिव्स में सबसे पहले तो रिमेक फैक्टर कुछ नया नहीं है कुछ अलग नहीं है दूसरा फिल्म का सेकंड हाफ एक्चुअली ठंडा है वहां शायद का इस्तेमाल सही से नहीं हुआ है इन्वेस्टिगेशन काफी लोगों को समझ नहीं आएगा डिटेल्स उतनी दिखाई नहीं है कौन ओरिजिनल है कौन है सब कुछ बता दिया है अगर सिर्फ इससे डिसाइड करना है तो कर लो वरना शाहिद का परफॉर्मेंस और एक बहुत चालाक कहानी मिस मत करना
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